केंद्र-त्रिपुरा ने 2 उग्रवादी संगठन से शांति समझौता किया:अमित शाह बोले- यह 12वां समझौता, अब तक 10 हजार उग्रवादियों ने सरेंडर किया
केंद्र-त्रिपुरा ने 2 उग्रवादी संगठन से शांति समझौता किया:अमित शाह बोले- यह 12वां समझौता, अब तक 10 हजार उग्रवादियों ने सरेंडर किया
केंद्र सरकार और त्रिपुरा राज्य सरकार ने बुधवार (4 सितंबर) को 2 उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (ATTF) के साथ शांति समझौता किया। इस समझौता ज्ञापन पर साइन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा मौजूद रहे। शाह बोले- दोनों संगठन हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होंगे
इस मौके पर शाह ने कहा कि 35 साल से चल रहे संघर्ष के बाद 2 संगठनों ने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने और त्रिपुरा के विकास के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की। शांति समझौते पर साइन के साथ ही दोनों संगठनों के 328 कैडर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए तैयार हैं। शाह ने कहा कि ये नॉर्थ ईस्ट के लिए 12वां समझौता है। अब तक करीब 10,000 उग्रवादियों ने हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण किया है। सीएम माणिक साहा बोले- राज्य में शांति के लिए मोदी सरकार ने 3 समझौते किए
इस दौरान सीएम माणिक साहा पूरे नॉर्थ ईस्ट में शांति और विकास का माहौल बनाने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह की सराहना की। साहा ने कहा कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार ने शांति समझौतों और बातचीत से नॉर्थ ईस्ट में विकास किया है। इनमें अकेले त्रिपुरा के लिए अब तक तीन समझौते हुए हैं। NLFT और ATTF के सदस्यों भी राज्य के विकास में सहयोग देने के लिए मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है। मार्च में केंद्र, त्रिपुरा और TIPRA मोथा संगठन के साथ शांति समझौता हुआ
त्रिपुरा के मूल निवासियों की समस्याओं का स्थायी समाधान लाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में इसी साल मार्च माहीने के दौरान TIPRA मोथा, त्रिपुरा और केंद्र सरकार के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि मैं त्रिपुरा के सभी लोगों को आश्वस्त करता हूं कि अब आपको अपने अधिकारों के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। भारत सरकार आपके अधिकारों की सुरक्षा के लिए सिस्टम बनाने में दो कदम आगे रहेगी। दिसंबर 2023 में असम के उग्रवादी संगठन ULFA के साथ शांति समझौता हुआ
असम का उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) ने पिछले साल 29 दिसंबर को केंद्र और असम सरकारों के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता साइन किया। इस शांति समझौते में हिंसा छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की बातें हुईं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मौजूदगी में यह समझौता हुआ था। इस शांति समझौते के बाद ULFA के 700 कैडरों ने भी समर्पण किया था। यह खबर भी पढ़ें... मणिपुर के जिरीबाम में कुकी-मैतई के बीच शांति समझौता, सरकार बोली- यह स्थिति सामान्य करने के लिए पहला कदम मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी और मैतई के बीच हिंसा का दौर जारी है। इसी बीच पहली बार 1 अगस्त को जिरीबाम जिले में दोनों पक्षों ने शांति समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत जिरीबाम में दोनों पक्ष आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षाबलों का सहयोग करेंगे और स्थिति सामान्य करने की दिशा में काम करेंगे। पूरी खबर पढ़ें...
केंद्र सरकार और त्रिपुरा राज्य सरकार ने बुधवार (4 सितंबर) को 2 उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (ATTF) के साथ शांति समझौता किया। इस समझौता ज्ञापन पर साइन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा मौजूद रहे। शाह बोले- दोनों संगठन हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होंगे
इस मौके पर शाह ने कहा कि 35 साल से चल रहे संघर्ष के बाद 2 संगठनों ने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने और त्रिपुरा के विकास के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की। शांति समझौते पर साइन के साथ ही दोनों संगठनों के 328 कैडर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए तैयार हैं। शाह ने कहा कि ये नॉर्थ ईस्ट के लिए 12वां समझौता है। अब तक करीब 10,000 उग्रवादियों ने हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण किया है। सीएम माणिक साहा बोले- राज्य में शांति के लिए मोदी सरकार ने 3 समझौते किए
इस दौरान सीएम माणिक साहा पूरे नॉर्थ ईस्ट में शांति और विकास का माहौल बनाने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह की सराहना की। साहा ने कहा कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार ने शांति समझौतों और बातचीत से नॉर्थ ईस्ट में विकास किया है। इनमें अकेले त्रिपुरा के लिए अब तक तीन समझौते हुए हैं। NLFT और ATTF के सदस्यों भी राज्य के विकास में सहयोग देने के लिए मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है। मार्च में केंद्र, त्रिपुरा और TIPRA मोथा संगठन के साथ शांति समझौता हुआ
त्रिपुरा के मूल निवासियों की समस्याओं का स्थायी समाधान लाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में इसी साल मार्च माहीने के दौरान TIPRA मोथा, त्रिपुरा और केंद्र सरकार के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि मैं त्रिपुरा के सभी लोगों को आश्वस्त करता हूं कि अब आपको अपने अधिकारों के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। भारत सरकार आपके अधिकारों की सुरक्षा के लिए सिस्टम बनाने में दो कदम आगे रहेगी। दिसंबर 2023 में असम के उग्रवादी संगठन ULFA के साथ शांति समझौता हुआ
असम का उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) ने पिछले साल 29 दिसंबर को केंद्र और असम सरकारों के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता साइन किया। इस शांति समझौते में हिंसा छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की बातें हुईं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मौजूदगी में यह समझौता हुआ था। इस शांति समझौते के बाद ULFA के 700 कैडरों ने भी समर्पण किया था। यह खबर भी पढ़ें... मणिपुर के जिरीबाम में कुकी-मैतई के बीच शांति समझौता, सरकार बोली- यह स्थिति सामान्य करने के लिए पहला कदम मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी और मैतई के बीच हिंसा का दौर जारी है। इसी बीच पहली बार 1 अगस्त को जिरीबाम जिले में दोनों पक्षों ने शांति समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत जिरीबाम में दोनों पक्ष आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षाबलों का सहयोग करेंगे और स्थिति सामान्य करने की दिशा में काम करेंगे। पूरी खबर पढ़ें...